काम समय में महत्वपूर्ण बाते
गुलामी हमारे जीवन का एक ऐसा अभिशाप है जो की हमारे अंदर की कला को जागृत नहीं होने देता है
और हम धीरे धीरे उस माहौल में आ जाते है जहा पर हमें ओह अच्छा लगने लगता है
और हम समय के साथ साथ अपनी शारीरिक और मानसिक ताकत को भूलने लगते है और एक दिन ऐसा आ जाता है जब हम अपनी कौशल लेवल ० कर देता है
इसके होने के कुछ महत्वपूर्ण कारण जो की दो प्रकार से आते है
1 समय के कारण - जो की इस काम को करने में सबसे बड़ा योगदान ख़राब समय का रहता है जो अच्छे से अच्छे इंसान को समय ने राजा से फकीर कर दिया है; ख़राब समय लोगो की सबसे बड़ी मज़बूरी होती है वो न चाहते हुये भी दूसरे की गुलामी करते है जिसके कारण हमें अनेक प्रकार के दुःख भी होते क्योकि जब हमारे सामने वाले को ये पता होता है तो वो हमारे समय का भरपूर लाभ लेता है
2 अपनी इच्छा से होने वाले - ये वो समय होता है जब हम अपनी इच्छा से किसी दूसरे का सहारा लेते है इसमें इनका आत्मविस्वास उच्च रहता है ये केवल आपने किसी मुख्य काम के लिए लगे होते है
💜💜 किसी ने क्या खूब कहा कहा है की खूबसूरत ये इंसान नहीं होता है खूबसूरत तो नौकरी होती है जिसको पाने अंतिम धाम बुक है
और इसके लिए हमें किताबों से मोहबत करनी होगी
तब कही करके आपको इसमें सफलता मिलेगी
और जरूरत हर एक बस्तु नौकरी से पूर्ण होगी
जब भी हमें पाओगे तो बदला हुआ ही पाओगे क्योकि नहीं मेरी जिंदगी में सिबाय किताबो के
=> हमारे जीवन में हर एक जगह कीमत मायने नहीं रखती है कुछ बस्तु की गुणवत्ता का महत्व होता है
पायल तो हजारो रुपये में आती है परन्तु उसको पैरो में पहना जाता है और बिंदी 1 रुपये में आती है तो उसको माथे में लगया जाता है
क्योकि हर जगह वस्तु की कीमत का महत्त्व नहीं होता है उसकी उपयोगीता की महत्व होता है
समय के साथ हमारे जीवन में अनेक प्रकार के बदलाव आते जाते है
जन्म के समय हमारे घर के परिजन में अनेक प्रकार की खुशी का आगमन होत है जिसमे की सन्तान सुख तो प्राथमिक होता है
और धीरे धीरे हमारा भी समय का दौर शुरू हो जाता है और 5 वर्ष के बाद हमें विद्यालय में प्रवेश मिल जाता है और हम क्लास 10 तक विद्या अर्जन करते है
इसके बाद हमें आपने दिशा के अनुसार तय बिषय को चुनते है
और हमारे जीवन यहाँ से युवावस्था का समय आ जाता है हमें अनेक प्रकार के काम में सयम रख करके आपने एजुकेशन का उदेश्य पूरा करते है
विद्यार्जन के समय अनेक प्रकार के दिकतो से लड़ करके के आपने एजुकेशन का उदेश्य पूरा है
जिसमे की कुछ प्रॉब्लम बहुत ही महत्वपूर्ण रूप से परेशान का कारण बनती
There are many types of obstacles in our education life, the most important of which is our youth, which is in many types of enjoyment.
युवावस्थ भी हमारे जीवन में बसंत कल के जैसा होता है जिसको पा करके हमारे अंदर अनेक बोतलों का नशा छा जाता है और हम उसी में मदमस्त हो जाते और हम हर काम पाने में समर्थ होते है यही वो टाइम है जब हम आपने जीवन में कुछ कर सकने की पॉवर की एकत्रित करते है और आपने आत्मविश्वास के माध्यम से हर एक असंभव काम को संभव कर करते है
हमारे जीवन में हमारा अत्मविश्वास ही सबसे बड़ा सहयोगी माना जाता है जब हमारे अंदर आत्मविश्वास आ जाता है तो हमारा मन खुशियों से भर जाता है
जिससे हमारे अंदर एक ताकत की ऊर्जा का संचर होने लगता है और हमारा मन किसी भी काम को कर पाने में योग्य हो पाता है तब हमें हर एक काम आसान लागने लगता है और धीरे धीरे हमारा हर काम आसान होने लगता है
हर एक आदमी के काम करने का तौर तरीका अलग अलग होता है जिसको हम इंसान का रवैया कहा जाता है
समय से साथ साथ हमारे जीवन में अनेक प्रकार के बदलाव आये है जो की इस प्रकर से है
1 पहले हम किसी दुःख में हाय कहते थे परन्तु आज हम खुशी से मिलने पर हाय करते है जो को अगर धार्मिक रूप से देखे तो ये अपसगुन को अमरंतरण देना होता है
जबकि हाय बहुत दुःख भरा वर्ड है 2 पहले आदमी खाना घर के अंदर खता था और शौच के लिए घर के बाहर जाता था
परन्तु आज के समय में खाना तो घर के बाहर खाते है और शौच के घर के अंदर आते है
4 पहले घर में कोई ऊत्सव हो तो घर की औरते भोजन बनती थी और नाच गाने के बाहर से बुलाते थे
परन्तु आज के समय में खाना बाहर के लोग बनते है और नाच घर के लोग करते है
5 किसी लाश को हाथ लगता है तो नाहता है परन्तु बेजुबान जानबर को मार करके खाने बाद नहीं
6 मंदिर और महजिद भी क्या गजब की चीज है जहा गरीब बाहर और आमिर अंदर भीख मांगता है
7 मोमबत्ती को जला कर मुर्दो को याद करना और मोमबत्ती को बुछा करके जन्मदिन मानना
ये हमारे जीवन का सबसे बड़ा गलत काम करना माना जाता है क्योकि जन्मदिन पर आपने लम्बी उम्र की कामना करते है परन्तु मोमबती को जला करके बुछा देने से जीवन में अनेक प्रकार की समस्या ले कर आता है
IMPORTENT RULE OF FATHER IN OUR LIFE
पिता की अहमियत क्या होती है ये मैने उनको खोने के बाद २१ वर्ष की उम्र में सीखा
हमारे जीवन में हमारे पिता का एक महत्वपूर्ण योगदान होता है कुछ बाते हमारे जीवन में प्रैक्टिकल नहीं हो सकती जो की हर कोई समय से पहले कर ले
पिता के रहते हमें शायद ही किसी प्रकार की समस्या हो रही हो क्योकिं वो हर एक समस्या को आपने ऊपर लेने के लिए तैयार रहते है क्योकि वो हमारे जीवन में एक ढाल बन के खडे रहते है
हम आपने जीवन में किसी बस्तु की कीमत तभी जान पाते है जब वो बस्तु हमारे पास ना हो और उस बस्तु के बिना हमारा काम रुक रहा हो
हर पिता आपने बच्चे के लिए आपने अनुसार अच्छा ही करने का प्रयास करता है
जिंदगी में हर चीज को मैंने देर से सीखा है क्योकि हर सीख मैंने ठोकर खा करके सीखी
किसी के दिए हुए ज्ञान को मैंने अपने जीवन में जस तस जल्दी स्वीकार नहीं किया और यह अलग बात रही है की मै अधिकतर सुरछित ही रहा और मैंने कोई भी सीख सिद्धत के मूल से नहीं सीखी
और नहीं इनको खो कर सीखी
किसी भी कार्य को करने के लिए हम जब सोच लेते है तो उस कार्य को करने के अनेक रास्ते हमारे दिमाग में आ जाते है
परन्तु जब हम किसी काम को ज्यादा महत्त्व नहीं देते तो उसमे हमारा दिमाग काम नहीं करता है अगर हम किसी काम को 100 नहीं देते तो हमारा दिमाग उतना ज्यादा काम नहीं करता है
दर्द क्या होता है ये हम दुसरो को देख करके नहीं जान सकते है क्योकि दर्द जब खुद पर आता है तब हमें उसका महत्व पता चलता है एक बात तो तय है की दर्द में बड़ा दर्द होता है जो हर कोई इसको प्रयोग में ला सके ये हर किसी के बस की बात नहीं होती है
ख़राब समय में हमारे चेहरे का रंग भी उतार जाता है और आपने आप हमारा शरीर काम करना बंद कर देना है
ज्ञान केवल वो नहीं जो किताबो में हो क्योकि ज्ञान सही है नहीं इसका निर्णाय हमारे या गुरु के माध्यम से होता है हो सकता है किसी ने अपने निजी स्वार्थ के लिए अर्थ का अनर्थ किया हो इसलिए हमें किताबी ज्ञान के साथ साथ अपने ज्ञान और विवेक का प्रयोग करना चाहिए
हमें आपने जीवन में माता पिता जो की हमारे प्रथम गुरु है इनके अतरिक्त 4 प्रकार के गुरु होते है
जिनका हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण योगदान होता है
1 माता - पिता
2 गुरु - जिसके माध्यम से हमें अपनी भाषा का ज्ञान होता है
3 काम को सीखने वाला => ये वो गुरु होते है जिसके द्रारा हमें जीविका का ज्ञान होता है
4 पण्डित => जिनके मध्यम से हम अनेक प्रकर के फंक्शन में कथा आदि का अयोजन सम्पन किया जाता है
5 गुरु महाराज => इनके मध्यम से हम आपने जीवन का अंतिम ज्ञान प्राप्त करते है और ये हमें मोक्छ का रास्ता बताते है
=> गरीब दो कदम चलता रोटी पाने के लिए और अमीर दो कदम चलता है उसे पचाने के लिए
=> कोई आपनो के रोटी को छोड़ देता है तो रोटी के लिए आपनो को छोड़ देता है
=> गरीब को रोटी को पाने की जरूरत है और आमिर को उसको पचाने की
2 क्रोध में वैसे देखा जाये तो बहुत ताकत होती है परन्तु इससे भी ज्यादा ताकत हमारे प्रेम में होती है क्योकि क्रोध कुछ समय के लिए होता है और प्रेम हर एक पल के लिए होता है इसके साथ ही इसमें अनेक प्रकार के भाव आते रहते है